हमें भी मतलब-ओ-मअ'नी की जुस्तुजू है बहुतShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalहमें भी मतलब-ओ-मअ'नी की जुस्तुजू है बहुत हरीफ़-ए-हर्फ़ मगर अब के दू-ब-दू है बहुत वक़ार घर की तवाज़ो ही पर नहीं मौक़ूफ़ ब-फ़ैज़-ए-शाइरी बाहर भी आबरू है बहुत [...] Continue Reading... Share on:
लजा कर शर्म खा कर मुस्कुरा करShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherलजा कर शर्म खा कर मुस्कुरा कर दिया बोसा मगर मुँह को बना कर Continue Reading... Share on:
क्या क़यामत है कि आरिज़ उन के नीले पड़ गएShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherक्या क़यामत है कि आरिज़ उन के नीले पड़ गए हम ने तो बोसा लिया था ख़्वाब में तस्वीर का Continue Reading... Share on:
एक बोसे के तलबगार हैं हमShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherएक बोसे के तलबगार हैं हम और माँगें तो गुनहगार हैं हम a kiss is all that i aspire for i would be guilty if i ask for more [...] Continue Reading... Share on:
बोसा जो तलब मैं ने किया हँस के वो बोलेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherबोसा जो तलब मैं ने किया हँस के वो बोले ये हुस्न की दौलत है लुटाई नहीं जाती Continue Reading... Share on:
हर एक चीज़ मयस्सर सिवाए बोसा हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalहर एक चीज़ मयस्सर सिवाए बोसा है और अपने ग़म का सबब इल्तवा-ए-बोसा है भले तो लगते हैं इंकार-ए-बोसा पर भी ये होंट कभी तो ये कहो ''ये लब बराए बोसा'' है [...] Continue Reading... Share on: