कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिराShayari By 16 Aug 2021 03:00:18 AMGhazalकल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा कुछ ने कहा ये चाँद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा हम भी वहीं मौजूद थे हम से भी सब पूछा किए हम हँस दिए हम चुप रहे मंज़ूर था पर्दा तिरा [...] Continue Reading... Share on:
तुम्हारे ख़त में नया इक सलाम किस का थाShayari By 03 Aug 2021 10:12:22 PMGhazalतुम्हारे ख़त में नया इक सलाम किस का था न था रक़ीब तो आख़िर वो नाम किस का था वो क़त्ल कर के मुझे हर किसी से पूछते हैं ये काम किस ने किया है ये काम किस का था [...] Continue Reading... Share on:
अपने एहसास से छू कर मुझे संदल कर दोShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalअपने एहसास से छू कर मुझे संदल कर दो मैं कि सदियों से अधूरा हूँ मुकम्मल कर दो न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे इस क़दर टूट के चाहो मुझे पागल कर दो [...] Continue Reading... Share on:
ज़ालिम की तो आदत है सताता ही रहेगाShayari By 24 Nov 2020 10:50:53 AMSherज़ालिम की तो आदत है सताता ही रहेगा अपनी भी तबीअत है बहलती ही रहेगी Continue Reading... Share on:
हम ख़ुदा के कभी क़ाइल ही न थेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहम ख़ुदा के कभी क़ाइल ही न थे उन को देखा तो ख़ुदा याद आया towards the creator, i was not inclined but then i saw her, and he came to mind [...] Continue Reading... Share on:
देखा हिलाल-ए-ईद तो आया तेरा ख़यालShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherदेखा हिलाल-ए-ईद तो आया तेरा ख़याल वो आसमाँ का चाँद है तू मेरा चाँद है Continue Reading... Share on: