मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वोShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो मुट्ठी में उन की दे दे कोई दिल निकाल के Continue Reading... Share on:
अल्लाह-रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम मेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherअल्लाह-रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम में हाथ उस का उठ के रह गया मेहंदी के बोझ से Continue Reading... Share on:
कुश्ता-ए-रंग-ए-हिना हूँ मैं ओजब इस का क्याShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherकुश्ता-ए-रंग-ए-हिना हूँ मैं अजब इस का क्या कि मिरी ख़ाक से मेहंदी का शजर पैदा हो Continue Reading... Share on:
हम गुनहगारों के क्या ख़ून का फीका था रंगShayari By 22 Nov 2020 05:32:34 PMSherहम गुनहगारों के क्या ख़ून का फीका था रंग मेहंदी किस वास्ते हाथों पे रचाई प्यारे Continue Reading... Share on:
मल रहे हैं वो अपने घर मेहंदीShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमल रहे हैं वो अपने घर मेहंदी हम यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं Continue Reading... Share on:
दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुतShayari By 03 Nov 2020 09:42:08 PMSherदोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुत उस के पाँव में मेहंदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं Continue Reading... Share on: