तुम गुल थे हम निखार अभी कल की बात हैShayari By 24 Jun 2022 12:15:38 PMGhazalतुम गुल थे हम निखार अभी कल की बात है हम से थी सब बहार अभी कल की बात है बेगाना समझो ग़ैर कहो अजनबी कहो अपनों में था शुमार अभी कल की बात है [...] Continue Reading... Share on:
अगर बज़्म-ए-हस्ती में औरत न होतीShayari By 24 Jun 2022 10:56:50 AMGhazalअगर बज़्म-ए-हस्ती में औरत न होती ख़यालों की रंगीन जन्नत न होती सितारों के दिलकश फ़साने न होते बहारों की नाज़ुक हक़ीक़त न होती [...] Continue Reading... Share on:
वो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद होShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalवो जो हम में तुम में क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद हो वही या'नी वा'दा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद हो वो जो लुत्फ़ मुझ पे थे बेशतर वो करम कि था मिरे हाल पर मुझे सब है याद ज़रा ज़रा तुम्हें याद हो कि न याद हो [...] Continue Reading... Share on:
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद हैShayari By 31 Oct 2020 09:34:30 AMGhazalचुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है बा-हज़ाराँ इज़्तिराब ओ सद-हज़ाराँ इश्तियाक़ तुझ से वो पहले-पहल दिल का लगाना याद है [...] Continue Reading... Share on: