अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जाएँगेShayari By 28 Feb 2024 07:59:36 AMGhazalअब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जाएँगे मर के भी चैन न पाया तो किधर जाएँगे तुम ने ठहराई अगर ग़ैर के घर जाने की तो इरादे यहाँ कुछ और ठहर जाएँगे [...] Continue Reading... Share on:
ज़रा पर्दा हटा दो सामने से बिजलियाँ चमकेंShayari By 05 Nov 2020 05:21:08 PMSherज़रा पर्दा हटा दो सामने से बिजलियाँ चमकें मिरा दिल जल्वा-गाह-ए-तूर बन जाए तो अच्छा हो Continue Reading... Share on: