साक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंदShayari By 23 Apr 2024 05:27:58 PMSherसाक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंद मुझ को तिरी निगाह का इल्ज़ाम चाहिए Continue Reading... Share on:
महसूस कर रहा हूँ ख़ारों में क़ैद ख़ुशबूShayari By 03 Sep 2022 11:38:01 AMSherमहसूस कर रहा हूँ ख़ारों में क़ैद ख़ुशबू आँखों को तेरी जानिब इक बार कर लिया है Continue Reading... Share on:
खड़ा हूँ देर से मैं अर्ज़-ए-मुद्दआ के लिएShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherखड़ा हूँ देर से मैं अर्ज़-ए-मुद्दआ के लिए इधर भी एक नज़र कीजिए ख़ुदा के लिए Continue Reading... Share on:
अबरू ने मिज़ा ने निगह-ए-यार ने यारोShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherअबरू ने मिज़ा ने निगह-ए-यार ने यारो बे-रुत्बा किया तेग़ को ख़ंजर को सिनाँ को Continue Reading... Share on:
नज़र भर के जो देख सकते हैं तुझ कोShayari By 23 Nov 2020 12:24:03 PMSherनज़र भर के जो देख सकते हैं तुझ को मैं उन की नज़र देखना चाहता हूँ Continue Reading... Share on:
पड़ गई क्या निगह-ए-मस्त तिरे साक़ी कीShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherपड़ गई क्या निगह-ए-मस्त तिरे साक़ी की लड़खड़ाते हुए मय-ख़्वार चले आते हैं Continue Reading... Share on: