रेग-ए-दिल में कई नादीदा परिंदे भी हैं दफ़्नShayari By 04 Sep 2022 03:25:42 AMSherरेग-ए-दिल में कई नादीदा परिंदे भी हैं दफ़्न सोचते होंगे कि दरिया की ज़ियारत कर जाएँ Continue Reading... Share on:
परिंदे लौट आएShayari By 30 Nov 2020 09:43:34 AMNazmपुरानी बात है लेकिन ये अनहोनी सी लगती है हुआ इक बार यूँ बस्ती के बाग़ों में [...] Continue Reading... Share on:
निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherनिकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदा अब इस परिंदे के दिल से पिंजरा निकालना है Continue Reading... Share on:
अजीब दर्द का रिश्ता था सब के सब रोएShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherअजीब दर्द का रिश्ता था सब के सब रोए शजर गिरा तो परिंदे तमाम शब रोए Continue Reading... Share on:
कुछ एहतियात परिंदे भी रखना भूल गएShayari By 12 Nov 2020 12:54:02 AMSherकुछ एहतियात परिंदे भी रखना भूल गए कुछ इंतिक़ाम भी आँधी ने बदतरीन लिए Continue Reading... Share on:
परिंदे दूर फ़ज़ाओं में खो गए 'अल्वी'Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherपरिंदे दूर फ़ज़ाओं में खो गए 'अल्वी' उजाड़ उजाड़ दरख़्तों पे आशियाने थे Continue Reading... Share on: