सुर्ख़-रू होता है इंसाँ ठोकरें खाने के बा'दShayari By 05 Oct 2023 12:21:23 AMSherसुर्ख़-रू होता है इंसाँ ठोकरें खाने के बा'द रंग लाती है हिना पत्थर पे पिस जाने के बा'द Continue Reading... Share on:
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों नेShayari By 22 Jan 2022 12:36:45 AMSherये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई Continue Reading... Share on:
राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्याShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherराह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या आगे आगे देखिए होता है क्या Continue Reading... Share on:
'मीर' अमदन भी कोई मरता हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSher'मीर' अमदन भी कोई मरता है जान है तो जहान है प्यारे Continue Reading... Share on:
ऐ 'ज़ौक़' देख दुख़्तर-ए-रज़ को न मुँह लगाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherऐ 'ज़ौक़' देख दुख़्तर-ए-रज़ को न मुँह लगा छुटती नहीं है मुँह से ये काफ़र लगी हुई Continue Reading... Share on:
सदा ऐश दौराँ दिखाता नहींShayari By 17 Nov 2020 12:03:37 PMSherसदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं Continue Reading... Share on: