ये किस मज़हब में और मशरब में है हिन्दू मुसलमानोShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherये किस मज़हब में और मशरब में है हिन्दू मुसलमानो ख़ुदा को छोड़ दिल में उल्फ़त-ए-दैर-ओ-हरम रखना Continue Reading... Share on:
सुनो हिन्दू मुसलमानो कि फ़ैज़-ए-इश्क़ से 'हातिम'Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherसुनो हिन्दू मुसलमानो कि फ़ैज़-ए-इश्क़ से 'हातिम' हुआ आज़ाद क़ैद-ए-मज़हब-ओ-मशरब से अब फ़ारिग़ Continue Reading... Share on:
मेरा मज़हब इश्क़ का मज़हब जिस में कोई तफ़रीक़ नहींShayari By 16 Nov 2020 07:47:45 PMSherमेरा मज़हब इश्क़ का मज़हब जिस में कोई तफ़रीक़ नहीं मेरे हल्क़े में आते हैं 'तुलसी' भी और 'जामी' भी Continue Reading... Share on:
ऐ हिंदूओ मुसलमाँ आपस में इन दिनों तुमShayari By 04 Nov 2020 03:04:48 PMSherऐ हिंदूओ मुसलमाँ आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ Continue Reading... Share on:
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखनाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा Continue Reading... Share on:
है राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहै राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़ अहल-ए-नज़र समझते हैं उस को इमाम-ए-हिंद Continue Reading... Share on: