छब्बीस जनवरीShayari By 12 May 2021 11:30:04 AMNazmहर साल जगमगाती है छब्बीस जनवरी हर सम्त मुस्कुराती है छब्बीस जनवरी सब के दिलों को भाती है छब्बीस जनवरी शान-ए-वतन दिखाती है छब्बीस जनवरी [...] Continue Reading... Share on:
इंक़लाबShayari By 22 Nov 2020 07:31:16 PMNazmज़माने की हवा बदली उधर रंग-ए-चमन बदला गुलों ने जब रविश बदली अनादिल ने वतन बदला तरीक़ा आश्नाई का कभी ऐसा न बदला था कि चाल उश्शाक़ ने बदली हसीनों ने चलन बदला [...] Continue Reading... Share on:
गुलज़ार-ए-वतनShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMNazmफूलों का कुंज-ए-दिलकश भारत में इक बनाएँ हुब्ब-ए-वतन के पौदे इस में नए लगाएँ फूलों में जिस चमन के हो बू-ए-जाँ-निसारी हुब्ब-ए-वतन की क़लमें हम इस चमन से लाएँ [...] Continue Reading... Share on:
आजShayari By 15 Nov 2020 05:58:26 PMNazmसाथियो! मैं ने बरसों तुम्हारे लिए चाँद तारों बहारों के सपने बुने हुस्न और इश्क़ के गीत गाता रहा आरज़ूओं के ऐवाँ सजाता रहा [...] Continue Reading... Share on:
तराना-ए-क़ौमीShayari By 15 Nov 2020 01:58:24 PMNazmमर्हबा ऐ ख़ाक-ए-पाक-ए-किश्वर-ए-हिन्दोस्ताँ यादगार-ए-अहद-ए-माज़ी है तू ऐ जान-ए-जहाँ कैसे कैसे औलिया गुज़रे और क़ुतुब-ए-ज़माँ जिन के क़दमों ने बनाया है तुझे जन्नत-निशाँ [...] Continue Reading... Share on:
प्यारा हिन्दोस्तानShayari By 23 Nov 2020 04:18:34 PMNazmजिस का है सब को ज्ञान यही है सारे जहाँ की जान यही है जिस से है अपनी आन यही है मेरा निवास स्थान यही है [...] Continue Reading... Share on: