देखना हर सुब्ह तुझ रुख़्सार काShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherदेखना हर सुब्ह तुझ रुख़्सार का है मुताला मतला-ए-अनवार का Continue Reading... Share on:
चाहता है इस जहाँ में गर बहिश्तShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherचाहता है इस जहाँ में गर बहिश्त जा तमाशा देख उस रुख़्सार का Continue Reading... Share on:
तिरे रुख़्सार से बे-तरह लिपटी जाए है ज़ालिमShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherतिरे रुख़्सार से बे-तरह लिपटी जाए है ज़ालिम जो कुछ कहिए तो बल खा उलझती है ज़ुल्फ़ बे-ढंगी Continue Reading... Share on:
रुख़्सार के अरक़ का तिरे भाव देख करShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherरुख़्सार के अरक़ का तिरे भाव देख कर पानी के मोल निर्ख़ हुआ है गुलाब का Continue Reading... Share on:
उन के रुख़्सार पे ढलके हुए आँसू तौबाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherउन के रुख़्सार पे ढलके हुए आँसू तौबा मैं ने शबनम को भी शोलों पे मचलते देखा Continue Reading... Share on:
अब मैं समझा तिरे रुख़्सार पे तिल का मतलबShayari By 12 Nov 2020 10:07:55 PMSherअब मैं समझा तिरे रुख़्सार पे तिल का मतलब दौलत-ए-हुस्न पे दरबान बिठा रक्खा है the import of this spot upon your face i now detect the treasure of your beauty does this sentinel protect [...] Continue Reading... Share on: