'अर्श' बहारों में भी आया एक नज़ारा पतझड़ काShayari By 06 Oct 2023 01:12:28 AMSher'अर्श' बहारों में भी आया एक नज़ारा पतझड़ का सब्ज़ शजर के सब्ज़ तने पर इक सूखी सी डाली थी Continue Reading... Share on:
पुराने अह्द के क़िस्से सुनाता रहता हैShayari By 05 Oct 2023 08:14:21 AMSherपुराने अह्द के क़िस्से सुनाता रहता है बचा हुआ है जो बूढ़ा शजर हमारी तरफ़ Continue Reading... Share on:
शजर ने पूछा कि तुझ में ये किस की ख़ुशबू हैShayari By 30 Sep 2023 03:35:22 PMSherशजर ने पूछा कि तुझ में ये किस की ख़ुशबू है हवा-ए-शाम-ए-अलम ने कहा उदासी की Continue Reading... Share on:
ग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर लीShayari By 20 Aug 2023 05:31:09 AMSherग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर ली शजर गिरा के परिंदों से इंतिक़ाम लिया Continue Reading... Share on:
मेरे अश्जार अज़ादार हुए जाते हैंShayari By 07 Apr 2023 11:26:27 PMSherमेरे अश्जार अज़ादार हुए जाते हैं गाँव के गाँव जो बाज़ार हुए जाते हैं Continue Reading... Share on:
थकन बहुत थी मगर साया-ए-शजर में 'जमाल'Shayari By 09 Feb 2021 02:30:39 PMSherथकन बहुत थी मगर साया-ए-शजर में 'जमाल' मैं बैठता तो मिरा हम-सफ़र चला जाता Continue Reading... Share on: