सुर्ख़-रू होता है इंसाँ ठोकरें खाने के बा'दShayari By 05 Oct 2023 12:21:23 AMSherसुर्ख़-रू होता है इंसाँ ठोकरें खाने के बा'द रंग लाती है हिना पत्थर पे पिस जाने के बा'द Continue Reading... Share on:
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों नेShayari By 22 Jan 2022 12:36:45 AMSherये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई Continue Reading... Share on:
कोई फ़रियाद तिरे दिल में दबी हो जैसेShayari By 12 Mar 2021 02:47:04 PMSherकोई फ़रियाद तिरे दिल में दबी हो जैसे तू ने आँखों से कोई बात कही हो जैसे Continue Reading... Share on:
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे होShayari By 09 Mar 2021 03:48:48 PMSherतुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो Continue Reading... Share on:
उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम कियाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherउल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया stratagems all came apart, no cure could render remedy it was this ailment of my heart, that finished me off finally [...] Continue Reading... Share on:
राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्याShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherराह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या आगे आगे देखिए होता है क्या Continue Reading... Share on: