शफ़क़ से हैं दर-ओ-दीवार ज़र्द शाम-ओ-सहरShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherशफ़क़ से हैं दर-ओ-दीवार ज़र्द शाम-ओ-सहर हुआ है लखनऊ इस रहगुज़र में पीलीभीत Continue Reading... Share on:
यही तशवीश शब-ओ-रोज़ है बंगाले मेंShayari By 24 Nov 2020 11:36:49 AMSherयही तशवीश शब-ओ-रोज़ है बंगाले में लखनऊ फिर कभी दिखलाए मुक़द्दर मेरा Continue Reading... Share on:
तुराब-ए-पा-ए-हसीनान-ए-लखनऊ है येShayari By 24 Nov 2020 11:34:47 AMSherतुराब-ए-पा-ए-हसीनान-ए-लखनऊ है ये ये ख़ाकसार है 'अख़्तर' को नक़्श-ए-पा कहिए Continue Reading... Share on:
दिल्ली छुटी थी पहले अब लखनऊ भी छोड़ेंShayari By 16 Nov 2020 10:00:43 PMSherदिल्ली छुटी थी पहले अब लखनऊ भी छोड़ें दो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले Continue Reading... Share on:
ज़बान-ए-हाल से ये लखनऊ की ख़ाक कहती हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherज़बान-ए-हाल से ये लखनऊ की ख़ाक कहती है मिटाया गर्दिश-ए-अफ़्लाक ने जाह-ओ-हशम मेरा Continue Reading... Share on:
किया तबाह तो दिल्ली ने भी बहुत 'बिस्मिल'Shayari By 13 Nov 2020 11:46:25 PMSherकिया तबाह तो दिल्ली ने भी बहुत 'बिस्मिल' मगर ख़ुदा की क़सम लखनऊ ने लूट लिया Continue Reading... Share on: