पढ़ते फिरेंगे गलियों में इन रेख़्तों को लोगShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherपढ़ते फिरेंगे गलियों में इन रेख़्तों को लोग मुद्दत रहेंगी याद ये बातें हमारीयाँ Continue Reading... Share on:
ये नज़्म-ए-आईं ये तर्ज़-ए-बंदिश सुख़नवरी है फ़ुसूँ-गरी हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherये नज़्म-ए-आईं ये तर्ज़-ए-बंदिश सुख़नवरी है फ़ुसूँ-गरी है कि रेख़्ता में भी तेरे 'शिबली' मज़ा है तर्ज़-ए-'अली-हज़ीं' का Continue Reading... Share on:
मूए ने मुँह की खाई फिर भी ये ज़ोर ज़ोरीShayari By 21 Nov 2020 10:06:59 PMSherमूए ने मुँह की खाई फिर भी ये ज़ोर ज़ोरी ये रेख़्ती है भाई तुम रेख़्ता तो जानो Continue Reading... Share on:
रेख़्ता के क़स्र की बुनियाद उठाई ऐ 'नसीर'Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherरेख़्ता के क़स्र की बुनियाद उठाई ऐ 'नसीर' काम है मुल्क-ए-सुख़न में साहिब-ए-मक़्दूर का Continue Reading... Share on:
'क़ाएम' मैं रेख़्ता को दिया ख़िलअत-ए-क़ुबूलShayari By 13 Nov 2020 12:48:29 AMSher'क़ाएम' मैं रेख़्ता को दिया ख़िलअत-ए-क़ुबूल वर्ना ये पेश-ए-अहल-ए-हुनर क्या कमाल था Continue Reading... Share on:
क़ाएम मैं ग़ज़ल तौर किया रेख़्ता वर्नाShayari By 13 Nov 2020 12:47:51 AMSherक़ाएम मैं ग़ज़ल तौर किया रेख़्ता वर्ना इक बात लचर सी ब-ज़बान-ए-दकनी थी Continue Reading... Share on: