तिरी अंजुमन में ज़ालिम अजब एहतिमाम देखा

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तिरी अंजुमन में ज़ालिम अजब एहतिमाम देखा
कहीं ज़िंदगी की बारिश कहीं क़त्ल-ए-आम देखा

in your realm o cruel one, how strange prevails the scene
life giving showers are often seen with massacres between [...]

लिपट लिपट के मैं उस गुल के साथ सोता था

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लिपट लिपट के मैं उस गुल के साथ सोता था
रक़ीब सुब्ह को मुँह आँसुओं से धोता था

तमाम रात थी और कुहनीयाँ ओ लातें थीं
न सोने देता था मुझ को न आप सोता था [...]

नज़र मिला के मिरे पास आ के लूट लिया

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नज़र मिला के मिरे पास आ के लूट लिया
नज़र हटी थी कि फिर मुस्कुरा के लूट लिया

शिकस्त-ए-हुस्न का जल्वा दिखा के लूट लिया
निगाह नीची किए सर झुका के लूट लिया [...]

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