क़ुबूल कर के इसे राब्ता बहाल करोShayari By 25 Feb 2024 10:50:49 PMSherक़ुबूल कर के इसे राब्ता बहाल करो कहीं ये फूल मिरी आख़िरी पुकार न हो Continue Reading... Share on:
पता था मुझ को मुलाक़ात ग़ैर-मुमकिन हैShayari By 03 Oct 2023 11:59:55 PMSherपता था मुझ को मुलाक़ात ग़ैर-मुमकिन है सो तेरा ध्यान किया और गुलाब चूम लिया Continue Reading... Share on:
उसे किसी से मोहब्बत न थी मगर उस नेShayari By 01 Sep 2023 08:49:57 AMSherउसे किसी से मोहब्बत न थी मगर उस ने गुलाब तोड़ के दुनिया को शक में डाल दिया Continue Reading... Share on:
मैं ने क़ुबूल कर लिया चुप चाप वो गुलाबShayari By 01 Sep 2023 12:24:41 AMSherमैं ने क़ुबूल कर लिया चुप चाप वो गुलाब जो शाख़ दे रही थी तिरी ओर से मुझे Continue Reading... Share on:
अब के मिलने की शर्त ये होगीShayari By 10 Feb 2021 12:09:42 AMSherअब के मिलने की शर्त ये होगी दोनों घड़ियाँ उतार फेंकेंगे Continue Reading... Share on:
ज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिएShayari By 04 Dec 2020 06:28:48 AMSherज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिए रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है Continue Reading... Share on: