साफ़ इंकार अगर हो तो तसल्ली हो जाएShayari By 16 Mar 2021 03:34:50 PMSherसाफ़ इंकार अगर हो तो तसल्ली हो जाए झूटे वादों से तिरे रंज सिवा होता है Continue Reading... Share on:
किया था दिन का वादा रात को आया तो क्या शिकवाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherकिया था दिन का वादा रात को आया तो क्या शिकवा उसे भूला नहीं कहते जो भूला घर में शाम आया Continue Reading... Share on:
तेरे वादे को कभी झूट नहीं समझूँगाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherतेरे वादे को कभी झूट नहीं समझूँगा आज की रात भी दरवाज़ा खुला रक्खूँगा Continue Reading... Share on:
तेरी मजबूरियाँ दुरुस्त मगरShayari By 11 Nov 2020 12:56:46 AMSherतेरी मजबूरियाँ दुरुस्त मगर तू ने वादा किया था याद तो कर Continue Reading... Share on:
दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किल सेShayari By 11 Nov 2020 12:45:20 AMSherदिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किल से फिर तिरा वादा-ए-शब याद आया Continue Reading... Share on:
वो और वा'दा वस्ल का क़ासिद नहीं नहींShayari By 24 Nov 2020 12:35:24 PMSherवो और वा'दा वस्ल का क़ासिद नहीं नहीं सच सच बता ये लफ़्ज़ उन्ही की ज़बाँ के हैं Continue Reading... Share on: