दोस्ती शायरी संग्रह | मित्रता की कविताएं
18 यादगार दोस्ती शायरी चित्र
दोस्ती के अनमोल रिश्ते को बयां करती शायरियों का संग्रह। हर शायरी में छिपी है मित्रता की गहराई।
रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल जाये कोई आप जैसा
उसे ज़िंदगी से शिकायत और क्या होगी।
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल जाये कोई आप जैसा
उसे ज़िंदगी से शिकायत और क्या होगी।
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अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी
अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी
अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
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दोस्त एक ऐसा चोर होता है
जो आँखों से आँसू
चेहरे से परेशानी
दिल से मायूसी
ज़िंदगी से दर्द
और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले।
जो आँखों से आँसू
चेहरे से परेशानी
दिल से मायूसी
ज़िंदगी से दर्द
और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले।
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महक दोस्ती की इश्क़ से कम नहीं होती
इश्क़ से ज़िन्दगी खत्म नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का
तो ज़िन्दगी ज़न्नत से कम नहीं होती।
इश्क़ से ज़िन्दगी खत्म नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का
तो ज़िन्दगी ज़न्नत से कम नहीं होती।
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अच्छे दोस्त सफ़ेद रंग जैसे होते हैं
सफ़ेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है
पर दुनिया के सारे रंग मिलाकर भी सफ़ेद रंग नहीं बना सकते।
सफ़ेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है
पर दुनिया के सारे रंग मिलाकर भी सफ़ेद रंग नहीं बना सकते।
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ऐ दोस्त तुम पे लिखना कहाँ से शुरू करूँ
अदा से करूँ या हया से करूँ
तुम्हारी दोस्ती इतनी खूबसूरत है
पता नहीं कि तारीफ ज़ुबाँ से करूँ या दुआ से करूँ।
अदा से करूँ या हया से करूँ
तुम्हारी दोस्ती इतनी खूबसूरत है
पता नहीं कि तारीफ ज़ुबाँ से करूँ या दुआ से करूँ।
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गुनाह करके सजा से डरते हैं
ज़हर पी के दवा से डरते हैं
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है।
ज़हर पी के दवा से डरते हैं
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है।
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दोस्त एक ऐसा चोर होता है
जो आँखों से आँसू
चेहरे से परेशानी
दिल से मायूसी
ज़िन्दगी से दर्द और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले।
जो आँखों से आँसू
चेहरे से परेशानी
दिल से मायूसी
ज़िन्दगी से दर्द और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले।
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अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी
अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी
अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
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रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी।
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी।
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अच्छे दोस्त सफ़ेद रंग जैसे होते हैं
सफ़ेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है लेकिन दुनिया के सभी रंग मिलाकर भी सफ़ेद रंग नहीं बना सकते।
सफ़ेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है लेकिन दुनिया के सभी रंग मिलाकर भी सफ़ेद रंग नहीं बना सकते।
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ऐसा नहीं कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमें कोई फरेब नहीं है
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ में मेरे दुश्मन
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले!
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ में मेरे दुश्मन
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले!
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प्यार में दुनिया खूबसूरत लगती है
दर्द में दुनिया दुश्मन लगती है.
तुम जैसे दोस्त अगर हों ज़िन्दगी में तो
'Bisleri' भी 'Kingfisher' लगती है।
दर्द में दुनिया दुश्मन लगती है.
तुम जैसे दोस्त अगर हों ज़िन्दगी में तो
'Bisleri' भी 'Kingfisher' लगती है।
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लोग कहते हैं कि इतनी दोस्ती मत करो कि दोस्ती दिल पर सवार हो जाए
हम कहते हैं कि दोस्ती इतनी करो कि दुश्मन को भी तुमसे प्यार हो जाए।
हम कहते हैं कि दोस्ती इतनी करो कि दुश्मन को भी तुमसे प्यार हो जाए।
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प्यार की मस्ती किसी दुकान में नहीं बिकती
अच्छे दोस्तों की दोस्ती हर वक़्त नहीं मिलती
रखना सदा दोस्तों को दिल में सजाकर
क्योंकि यारों की यारी कभी गैरों से नहीं मिलती।
अच्छे दोस्तों की दोस्ती हर वक़्त नहीं मिलती
रखना सदा दोस्तों को दिल में सजाकर
क्योंकि यारों की यारी कभी गैरों से नहीं मिलती।
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सब लोग मंज़िल को मुश्किल मानते हैं
हम तो मुश्किल को मंज़िल मानते हैं।
बहुत बड़ा फर्क है सब में और हम में
सब ज़िंदगी को दोस्त और हम दोस्त को ज़िंदगी मानते हैं।
हम तो मुश्किल को मंज़िल मानते हैं।
बहुत बड़ा फर्क है सब में और हम में
सब ज़िंदगी को दोस्त और हम दोस्त को ज़िंदगी मानते हैं।
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महक दोस्ती की इश्क़ से कम नहीं होती
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।
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जो दोस्त 'कमीने' नहीं होते
वो कमीने 'दोस्त' ही नहीं होते।
वो कमीने 'दोस्त' ही नहीं होते।
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