दूरियां शायरी संग्रह | फासलों की दास्तां
15 दूरियों की शायरियां
रिश्तों में आई दूरियों और फासलों को बयां करती शायरियों का संग्रह। हर शायरी में छिपी है जुदाई का दर्द।
दूरियों की न परवाह कीजिए
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिए
हम ज़्यादा दूर नहीं आपसे
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिए।
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिए
हम ज़्यादा दूर नहीं आपसे
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिए।
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मोहब्बत हर इंसान को आज़माती है
किसी से रूठ जाती है पर किसी पर मुस्कुराती है
मोहब्बत खेल ही ऐसा है
किसी का कुछ नही जाता किसी का सब कुछ चला जाता है।
किसी से रूठ जाती है पर किसी पर मुस्कुराती है
मोहब्बत खेल ही ऐसा है
किसी का कुछ नही जाता किसी का सब कुछ चला जाता है।
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बहुत दूर मगर बहुत पास रहते हो
आँखों से दूर मगर दिल के पास रहते हो
मुझे बस इतना बता दो क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो!
आँखों से दूर मगर दिल के पास रहते हो
मुझे बस इतना बता दो क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो!
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आप पास रहो या दूर
हम दिल से दिल की आवाज़ मिला सकते हैं
ना ख़त के और ना फ़ोन के मोहताज़ हैं हम
पर आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते हैं हम।
हम दिल से दिल की आवाज़ मिला सकते हैं
ना ख़त के और ना फ़ोन के मोहताज़ हैं हम
पर आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते हैं हम।
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कोई दूर है तो कोई पास है
यह वक़्त-वक़्त की बात है
हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ
आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ।
यह वक़्त-वक़्त की बात है
हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ
आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ।
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अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती है
भरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती है
जब से दूर गए हो तुम हमसे
हमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं।
भरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती है
जब से दूर गए हो तुम हमसे
हमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं।
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दिल तोड़ना शायद उनकी आदत सी हो गयी है
वरना वो तो फूल भी नहीं तोड़ते थे
आज हमसे दूर-दूर से रहते हैं वो
एक वक़्त था जब साथ नहीं छोड़ते थे वो!
वरना वो तो फूल भी नहीं तोड़ते थे
आज हमसे दूर-दूर से रहते हैं वो
एक वक़्त था जब साथ नहीं छोड़ते थे वो!
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अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं
पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है
हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर
अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।
पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है
हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर
अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।
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दूरियां बहुत हैं मगर इतना समझ लो
पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता
तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के
मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता।
पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता
तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के
मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता।
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हो सकता है कि हम साथ रह न पायें
एक दूसरे से कभी कुछ कह न पायें
मत बढ़ाओ इतनी नज़दीकियां तुम
कि हम दूरियां फिर सह न पायें।
एक दूसरे से कभी कुछ कह न पायें
मत बढ़ाओ इतनी नज़दीकियां तुम
कि हम दूरियां फिर सह न पायें।
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गिला आपसे नहीं कोई
गिला अपनी मज़बूरियों से करते हैं
आप आज हमारे करीब ना सही
मोहब्बत तो हम आपकी दूरियों से भी करते हैं।
गिला अपनी मज़बूरियों से करते हैं
आप आज हमारे करीब ना सही
मोहब्बत तो हम आपकी दूरियों से भी करते हैं।
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ना दूर मुझसे जाया करो
दिल तड़प जाता है
हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है
दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे
क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।
दिल तड़प जाता है
हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है
दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे
क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है।
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देख ज़रा नाराज़ है कोई शख्स तेरे जाने से
हो सके तो लौट आ किसी बहाने से
तू लाख ख़फ़ा सही पर एक बार तो देख
कोई टूट गया है तेरे दूर जाने से।
हो सके तो लौट आ किसी बहाने से
तू लाख ख़फ़ा सही पर एक बार तो देख
कोई टूट गया है तेरे दूर जाने से।
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तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे
आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे
अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी
कि आपके होकर भी आप से दूर रहे।
आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे
अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी
कि आपके होकर भी आप से दूर रहे।
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तूफ़ान में बिखरते चले गए
तन्हाई की गहराईयों में उतरते चले गए
जन्नत थी हर शाम जिन दोस्तों के साथ
एक-एक कर सब दूर होते चले गए।
तन्हाई की गहराईयों में उतरते चले गए
जन्नत थी हर शाम जिन दोस्तों के साथ
एक-एक कर सब दूर होते चले गए।
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