रिश्ते शायरी संग्रह | रिश्तों की कहानियां
19 रिश्तों की शायरियां
रिश्तों की मिठास और उनकी अहमियत को बयां करती शायरियों का संग्रह। हर शायरी में छिपी है रिश्तों की गहराई।
रिश्तों की सिलाई:
अगर भावनाओं से हुई है
तो टूटना मुश्किल है
और अगर स्वार्थ से हुई है
तो टिकना मुश्किल है।
अगर भावनाओं से हुई है
तो टूटना मुश्किल है
और अगर स्वार्थ से हुई है
तो टिकना मुश्किल है।
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क्या फ़र्क है दोस्ती और मोहब्बत में
रहते तो दोनों दिल में ही हैं लेकिन फ़र्क तो है
बरसों बाद मिलने पर दोस्ती सीने से लगा लेती है
और मोहब्बत नज़र चुरा लेती है।
रहते तो दोनों दिल में ही हैं लेकिन फ़र्क तो है
बरसों बाद मिलने पर दोस्ती सीने से लगा लेती है
और मोहब्बत नज़र चुरा लेती है।
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सुना है
खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए
कुछ तो वापस चले गए
और कुछ हमारे यार हो गए!
खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए
कुछ तो वापस चले गए
और कुछ हमारे यार हो गए!
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दोस्ती एक किताब है जो कितनी भी पुरानी हो जाए
पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बिगड़ेंगे!
कभी याद आये तो पन्ना पलटकर देखना
हमारे दिल के रिश्ते के तार भी वैसे ही कायम मिलेंगे!
पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बिगड़ेंगे!
कभी याद आये तो पन्ना पलटकर देखना
हमारे दिल के रिश्ते के तार भी वैसे ही कायम मिलेंगे!
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ऊपर वाला जिनको खून के रिश्ते में बांधना भूल जाता है
उन्हें दोस्त बनाकर अपनी गलती सुधार लेता है।
मुझे अपना दोस्त स्वकृत करने के लिए
शुक्रिया।
उन्हें दोस्त बनाकर अपनी गलती सुधार लेता है।
मुझे अपना दोस्त स्वकृत करने के लिए
शुक्रिया।
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प्यार करने वाले की किस्मत खराब होती है
हर वक्त दुःख की घड़ी साथ होती है
वक्त मिले तो रिश्तों की किताब पढ़ लेना
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है!
हर वक्त दुःख की घड़ी साथ होती है
वक्त मिले तो रिश्तों की किताब पढ़ लेना
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है!
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कुछ मीठे पल याद आते हैं
पलकों पर आंसू छोड़ जाते हैं
कल कोई और मिल जाये तो हमें न भूल जाना
दोस्ती के रिश्ते जिंदगी भर काम आते हैं।
पलकों पर आंसू छोड़ जाते हैं
कल कोई और मिल जाये तो हमें न भूल जाना
दोस्ती के रिश्ते जिंदगी भर काम आते हैं।
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वो रिश्ते भी कुछ खास हैं तो अनजाने में बन जाते हैं
पहले तो दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैं
लोग कहते हैं उनको दोस्ती
जिसमें अनजाने भी अपने बन जाते हैं।
पहले तो दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैं
लोग कहते हैं उनको दोस्ती
जिसमें अनजाने भी अपने बन जाते हैं।
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जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते हैं
जो दिल को सुकून दे
उसे ख़ुशी कहते हैं
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं।
जो दिल को सुकून दे
उसे ख़ुशी कहते हैं
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं।
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होठों पे उल्फ़त के फ़साने नहीं आते
जो बीत गए फिर वो ज़माने याद नहीं आते
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।
जो बीत गए फिर वो ज़माने याद नहीं आते
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।
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प्यार करने वालों की किस्मत खराब होती है
हर वक़्त इम्तिहान की घडी साथ होती है
वक़्त मिले तो कभी रिश्तों की किताब खोल कर देखना
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है।
हर वक़्त इम्तिहान की घडी साथ होती है
वक़्त मिले तो कभी रिश्तों की किताब खोल कर देखना
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है।
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होंठों पे उल्फत के फ़साने नहीं आते
जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।
जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।
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कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैं
पहले दिल से फिर ज़िन्दगी से जुड़ जाते हैं
कहते हैं उस दौर को दोस्ती
जिसमे अनजाने ना जाने कब अपने बन जाते हैं।
पहले दिल से फिर ज़िन्दगी से जुड़ जाते हैं
कहते हैं उस दौर को दोस्ती
जिसमे अनजाने ना जाने कब अपने बन जाते हैं।
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कितने अनमोल होते हैं ये यादों के रिश्ते भी
कोई याद ना भी करे चाहत फिर भी रहती है।
कोई याद ना भी करे चाहत फिर भी रहती है।
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पल पल के रिश्ते का वादा है आपसे
अपनापन कुछ इतना ज्यादा है आपसे
ना सोचना कि भूल गए हम आपको
ज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे।
अपनापन कुछ इतना ज्यादा है आपसे
ना सोचना कि भूल गए हम आपको
ज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे।
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रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो
कि उसके दिल के सारे गम चुरा लो
इतना असर छोड दो किसी पे अपना
कि हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो।
कि उसके दिल के सारे गम चुरा लो
इतना असर छोड दो किसी पे अपना
कि हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो।
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कोशिश करो की कोई हम से न रूठे!
जिन्दगी में अपनों का साथ न छूटे!
रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ!
कि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे!
जिन्दगी में अपनों का साथ न छूटे!
रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ!
कि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे!
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मेरी इबादतों को ऐसे कबूल कर ऐ
मेरे खुदा
कि सजदे में मैं झुकूं और मुझसे जुड़े हर रिश्ते की ज़िन्दगी संवर जाये!
मेरे खुदा
कि सजदे में मैं झुकूं और मुझसे जुड़े हर रिश्ते की ज़िन्दगी संवर जाये!
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जीवन में ज़ख्म बड़े नहीं होते हैं
उनको भरने वाले बड़े होते हैं
रिश्ते बड़े नहीं होते हैं
लेकिन रिश्तों को निभाने वाले बड़े होते हैं।
उनको भरने वाले बड़े होते हैं
रिश्ते बड़े नहीं होते हैं
लेकिन रिश्तों को निभाने वाले बड़े होते हैं।
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