क्षमा शायरी संग्रह | माफ़ी की दास्तां
एक विशेष क्षमा शायरी
माफ़ी और क्षमा की भावना को व्यक्त करती अनूठी शायरी। दिल की गहराइयों से निकली क्षमा याचना।

कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती है
कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है
कर दो हमे माफ़ तुम ना होना यूँ हमसे खफा ऐ मेरे दोस्त
क्योंकि इसी रुस्वाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है।
कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है
कर दो हमे माफ़ तुम ना होना यूँ हमसे खफा ऐ मेरे दोस्त
क्योंकि इसी रुस्वाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है।
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