आप पहलू में जो बैठें तो संभल कर बैठें Admin मेरी आदत शायरी, Love << ग़म-ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार म... ऊपर से गुस्सा दिल से प्या... >> आप पहलू में जो बैठें तो संभल कर बैठेंदिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की। Share on: