लहरें टकरातीं हैं मुझ से और लौट जाती हैंBy January 1, 2017लहरें टकरातीं हैं मुझ से और लौट जाती हैंकभी सूखा किनारा रहा होता एक सजदा सहारा रहा होता।5118 viewsSad • Hindi418Share