ज़िंदगी पर किताब

By January 1, 2017
ज़िंदगी पर किताब...

ज़िंदगी पर किताब लिखूंगा



उसमें सारे हिसाब लिखूंगा


प्यार को वक़्त गुज़ारी लिख कर



चाहतों को अज़ाब लिखूंगा




हुई बर्बाद मोहब्बत कैसे

कैसे बिखरे हैं ख़्वाब लिखूंगा




अपनी ख़्वाहिश का तज़करा कर के

नाम तेरा जवाब लिखूंगा




तेरी आँखें शराब की मनींद



तेरा चेहरा गुलाब लिखूंगा


मैं तुझ से जुदाई का सबब



अपनी किस्मत खराब लिखूंगा ​​।
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