मजेदार शायरी
हँसी और खुशी फैलाएं
मजेदार शायरी के जगत में लिपटें और हर वाक्य के साथ हाँसी का आनंद लें। इन कविता व्यक्तियों के मन के कटुर प्रकार को जानते हुए अपने दिन को उजाला बनाएं और अपनी आत्मा को ऊँचा उठाएं। चाहे आप हल्के-फुल्के मनोरंजन की तलाश में हों या एक हास्यपूर्ण राहत के पल की कमी महसूस कर रहें हों, ये मजेदार शायरी टुकड़े क्या नहीं करेंगे जो हर स्थिति में आपके चेहरे पर मुस्कान लेकर आएंगे।
बेदर्द दुनिया में
अभी जीना सीख
रहा हूँ
अभी तो मैं दुखों के जाम पीना सीख रहा हूँ
कोशिश करूंगा तुम्हे मैं भी भुलाने की
अभी तो मैं तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ |
अभी तो मैं दुखों के जाम पीना सीख रहा हूँ
कोशिश करूंगा तुम्हे मैं भी भुलाने की
अभी तो मैं तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ |
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इस कदर हम यार
को मनाने निकले
उसकी चाहत के हम दीवाने निकले
जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा
तो उसके होठों से वक़्त ना होने के बहाने निकल
उसकी चाहत के हम दीवाने निकले
जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा
तो उसके होठों से वक़्त ना होने के बहाने निकल
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O god तू अपरम्पारा
करो बेडा पार हमारा
my boat फंसी मझधारा
please give me some सहारा
i don’t have any किनारा
नहीं दिखता कोई नजारा
please take fastly any action
मैं बिकता खड़े बजारा
o god तू अपरम्पारा
करो बेडा पार हमारा
please give me some power
मैं बन जाऊं चाँद सितारा
मेरी विनती सुन लो goda
मैं लेता नाम तुम्हारा….
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कभी तो मायके जाओ
ना बीवी।
सुख का आभास कराओ
ना बीवी।
साथ रह-रह कर अब पक
चुके हैं।
बातें सुन-सुन कर अब
थक चुके हैं।
सुकून कुछ मुझे भी दिलाओ ना बीवी।
कभी तो मायके जाओ ना बीवी।
पार्टियों में जाने का दिल करता है।
ठंडे शावर में नहाने का दिल करता है।
देर से सोने का देर सউb
47 उठने का
चिल्लाकर गाने का दिल करता है। मेरी आजादी का दिन लाओ ना बीवी
कभी तो मायके जाओ ना बीवी। मेरे सपने सारे सुला दिए हैं। मेरे अपने सारे भुला दिए हैं। पुराने यार सब छुड़ा दिए हैं। सब रिश्ते-नाते तुड़वा दिए हैं। ससुराल से भी तुड़वाओ ना बीवी। कभी तो मायके जाओ ना बीवी। कभी तो मायके जाओ ना बीवी ।
47 उठने का
चिल्लाकर गाने का दिल करता है। मेरी आजादी का दिन लाओ ना बीवी
कभी तो मायके जाओ ना बीवी। मेरे सपने सारे सुला दिए हैं। मेरे अपने सारे भुला दिए हैं। पुराने यार सब छुड़ा दिए हैं। सब रिश्ते-नाते तुड़वा दिए हैं। ससुराल से भी तुड़वाओ ना बीवी। कभी तो मायके जाओ ना बीवी। कभी तो मायके जाओ ना बीवी ।
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जीसे दिल दिया वो दिल्ली चली गई.
जीसे प्यार कीया वो ईटालि चली गई.
दिल ने कहु खुद खुशी कर ले जालिम.
बिजली को हाथ लगाया तो बिजली चली गई...!
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एक कब्र पर लिखा था...
"किसी को क्या इलज़ाम दूं दोस्तो...
ज़िन्दगी में सताने वाले भी अपने थे
और दफनाने वाले भी अपने थे"...
ज़िन्दगी में सताने वाले भी अपने थे
और दफनाने वाले भी अपने थे"...
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कसम से हर एक लड़की को भुला दूँगा
सब ही की तस्वीरे जला दूँगा
एक तुम ही रहोगी इस दिल मे
balance डलवा दो बहुत दुआ दूँगा..!
सब ही की तस्वीरे जला दूँगा
एक तुम ही रहोगी इस दिल मे
balance डलवा दो बहुत दुआ दूँगा..!
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अपनी तो प्यार करने की केवल एक ही रीत है
और प्यार का दूसरा नाम भी तो प्रीत है
इसलिए हमेशा ट्राइ करते रहो प्यार के लिए
क्यूंकी . . डर के आगे ही तो जीत है..!
और प्यार का दूसरा नाम भी तो प्रीत है
इसलिए हमेशा ट्राइ करते रहो प्यार के लिए
क्यूंकी . . डर के आगे ही तो जीत है..!
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ऊम्मीदो की मंज़िल टूट गयी
आँखो से आसुओ की धारा बह गयी
अरे तुम्हारी भी क्या इज़्ज़त रही
जब क्लास की लड़की तुम्हे भईया बोल गयी..!
जब क्लास की लड़की तुम्हे भईया बोल गयी..!
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उनकी गली से गुजरा तो चौबारा नजर आया!
वा!
वा!
वा!
.
.
.उनकी गली से गुजरा तो चौबारा नजर आया
. . उसकी माँ ने देखा तो बोली
. हात पाँव तोड दुंगी
जो दुबारा यहाँ नजर आया!:d:d
. . उसकी माँ ने देखा तो बोली
. हात पाँव तोड दुंगी
जो दुबारा यहाँ नजर आया!:d:d
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जितनी भीड़
बढ़ रही ज़माने में..। लोग उतनें ही
अकेले होते जा रहे हे...।।।...
बढ़ रही ज़माने में..। लोग उतनें ही
अकेले होते जा रहे हे...।।।...
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एक घमंडी कहती है की.
मत देख मेरे सपने मुझे पाने की तेरी औकात नहीं.
मैंने भी देख कर कह दिया.
आना हो तो आजा मेरे सपनो में
हकीकत में आने की तेरी औकात नहीं.:d:d
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"मंजिले बदले..या वक्त.
हम तो हमारा मुकाम जरुर पाएंगे
जो समझते है खुद को बादशाह
उसे हमारे दरबार मैं एक दिन जरुर नचाएंगे.:d:d
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खुशनसीब हो तुम जो हम तुम्हे इतनी शिद्द्त से चाहते
हैं...
वरना हम वो हैं जिसके ख्वाब में भी लोग इजाजत लेके
आते हैं!!:d:d
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हमारा ज़िक्र छोड़ो
हम ऐसे लोग हैं कि जिन्हे
नफ़रत कुछ नहीं करती
मुहब्बत मार देती है.
हम ऐसे लोग हैं कि जिन्हे
नफ़रत कुछ नहीं करती
मुहब्बत मार देती है.
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वक़्त के तूफ़ान में बिखरते चले गए
तन्हाई की गहराई में उतरते चले गए
जन्नत थी हर सुबह शाम जिन दोस्तों के साथ
एक-एक कर के सब बिछड़ते चले गए
पर शुक्र है whatsapp का सब साले वापिस मिल गए।:d:d
तन्हाई की गहराई में उतरते चले गए
जन्नत थी हर सुबह शाम जिन दोस्तों के साथ
एक-एक कर के सब बिछड़ते चले गए
पर शुक्र है whatsapp का सब साले वापिस मिल गए।:d:d
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खतरनाक शायरी ...
. .
.
मेरी मोहब्बत को अपने दिल में ढूंढ
लेना
और हाँ
आटे को अच्छी तरह गूंध लेना. . . मिल जाये अगर प्यार तो खोना नहीं
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं. . . . . मुझसे रूठ जाने को बहाना अच्छा है
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है. . . मिल कर फिर खुशिओं को बाटना है
टमाटर ज़रा बारीक ही काटना है. . . लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएँ
चावल टाइम पे देख लेना कही जल न जाएँ. . . . कैसी लगी ग़ज़ल बता देना
नमक कम लगे तो और मिला लेना..
और हाँ
आटे को अच्छी तरह गूंध लेना. . . मिल जाये अगर प्यार तो खोना नहीं
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं. . . . . मुझसे रूठ जाने को बहाना अच्छा है
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है. . . मिल कर फिर खुशिओं को बाटना है
टमाटर ज़रा बारीक ही काटना है. . . लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएँ
चावल टाइम पे देख लेना कही जल न जाएँ. . . . कैसी लगी ग़ज़ल बता देना
नमक कम लगे तो और मिला लेना..
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अर्ज किया है
नजरे झुका कर बात कर पगली
जितने कपड़े है तेरे पास
वाह वाह वाह वाह नजरे झुका कर बात कर पगली
जितने कपड़े है तेरे पास
- - - उतने तो मै रोज - - - - - - लफड़े मे फाड़ देता हुँ
जितने कपड़े है तेरे पास
वाह वाह वाह वाह नजरे झुका कर बात कर पगली
जितने कपड़े है तेरे पास
- - - उतने तो मै रोज - - - - - - लफड़े मे फाड़ देता हुँ
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"दुनियादारी से रूबरू हुआ तो पता चला...
जिस्म में ज़मीर का होना...
इतना ज़रूरी नही...
जितना जेब में रूपया होना...!!!"
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लोग अक्सर उस जगह जाते है
जहाँ पे इतिहास होता है
मगर.. हम तो जहाँ भी जाते है
वहाँ इतिहास बनाके आते है..
जहाँ पे इतिहास होता है
मगर.. हम तो जहाँ भी जाते है
वहाँ इतिहास बनाके आते है..
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हम आज भी शतरंज अकेले खेलते है....
क्योंकि दोस्तों के खिलाफ चाल चलना
हमें आज भी नहीं आता.
हमें आज भी नहीं आता.
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तजुर्बे ने एक बात सिखाई है...
एक नया दर्द ही...
पुराने दर्द की दवाई है...!!
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एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
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अर्ज़ किया है ....
वो जहर देकर मारते तो
दुनिया की नज़र में आ जाते
अन्दाज़े कत्ल तो देखो
हमसे शादी ही कर ली|
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क्या रोज डे
क्या प्रपोज़ डे
हम क्या करें प्रॉमिस डे को
किसे किस करें किस डे को
जब गर्लफ्रेंड ही नहीं हमारी तो
आग लगे इस वैलेंटाइन डे को|
क्या प्रपोज़ डे
हम क्या करें प्रॉमिस डे को
किसे किस करें किस डे को
जब गर्लफ्रेंड ही नहीं हमारी तो
आग लगे इस वैलेंटाइन डे को|
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