जभी मिलती है inbox पे कुछ कहने से डरती है वो..कब आउंगा में online इस इंतज़ार में रहती है वो..बड़ी ही सरीफ है बात बात पे शर्माती है वो…गुस्सा न हो जाऊं कहीं हर बात पे sorry बोलती है वो…मेरे लिऐ आज भी थोड़ा सा वक्त खर्च करती है वो …google पर आकर आज भी मुझे सर्च करती है वो..