तुम्हें ही कहाँ फ़ुरसत थी Admin Sad << समझा न कोई हमारे दिल की ब... आग से सीख लिया हम ने यह क... >> तुम्हें ही कहाँ फ़ुरसत थी, मेरे पास आने कीमैने तो बहुत इत्तला की, अपने गुज़र जाने की।This is a great कहाँ हो तुम शायरी. True lovers of shayari will love this कहाँ हो शायरी. Share on: