धड़कनों की बस ज़बानी दे मुझे एक पल को ज़िंदगानी दे मुझे चाह कर जो ना-मुकम्मल हो सकी वो अधूरी सी की कहानी दे मुझे हो अगर मुमकिन तुझे ऐ ज़िंदगी आबशारों सी रवानी दे मुझे बोझ ज़ख़्मों का लिए चलती रहूँ याद की वो बे-करानी दे मुझे हर बुलंदी से बनें राहें नई हौसले कुछ आसमानी दे मुझे फ़ख़्र से किरदार लिक्खेंगे मिरा वक़्त ऐसी कामरानी दे मुझे