ज़रा वो ख़ाक में मिलने न दे ख़ून-ए-शहीदाँ को By शहीद, Sher ज़रा वो ख़ाक में मिलने न दे ख़ून-ए-शहीदाँ को ख़ुदा तौफ़ीक़ दे इतनी ज़मीन-ए-कू-ए-जानाँ को Share on: