किस तरह पहुँचूँ मैं अपने यार किन पंजाब में By Sher << सुना है हश्र में हर आँख उ... नींद आती है अगर जलती हुई ... >> किस तरह पहुँचूँ मैं अपने यार किन पंजाब में हो गया राहों में चश्मों से दो-आबा बे-तरह Share on: