उस पेड़ के हर फल में मिरा हक़ ज़रा रखना By दरख़्त, Sher << उस ने मेरी शाख़ों को इस त... मैं उस की धुन में नए रास्... >> उस पेड़ के हर फल में मिरा हक़ ज़रा रखना जिस नन्हे से पौदे को शजर मैं ने किया है Share on: