आँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गयाShayari By 05 Sep 2023 07:24:41 PMKhuddari Shayariआँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गया हालाँकि दस बरस से मैं उस घर नहीं गया उस ने मज़ाक़ में कहा मैं रूठ जाऊँगी लेकिन मरे वजूद से ये डर नहीं गया [...] Continue Reading... Share on: