ख़ुशबू-ए-वतनShayari By 28 Sep 2023 02:30:52 PMNazmहर तरफ़ महकी हुई मेरे चमन की ख़ुशबू है फ़ज़ाओ में अज़ानों की भजन की ख़ुशबू मुझ को विर्से में मिली गंग-ओ-जमन की ख़ुशबू मेरी हर साँस में बस्ती है वतन की ख़ुशबू [...] Continue Reading... Share on:
ज़मीं पर घर बनाया है मगर जन्नत में रहते हैंShayari By 25 Sep 2023 12:00:02 AMSherज़मीं पर घर बनाया है मगर जन्नत में रहते हैं हमारी ख़ुश-नसीबी है कि हम भारत में रहते हैं Continue Reading... Share on:
बनाना है हमें अब अपने हाथों अपनी क़िस्मत कोShayari By 04 Sep 2023 09:09:57 AMSherबनाना है हमें अब अपने हाथों अपनी क़िस्मत को हमें अपने वतन का आप बेड़ा पार करना है Continue Reading... Share on:
ज़िंदाबाद ऐ वतनShayari By 02 Sep 2023 12:36:02 PMNazmज़िंदाबाद ऐ वतन ज़िंदाबाद ऐ वतन तुझ से आबाद है ज़िंदगी का चमन तेरे उत्तर हिमाला तिरा पासबाँ तेरे दक्खिन में है हिन्द-सागर रवाँ [...] Continue Reading... Share on:
कारवाँ जिन का लुटा राह में आज़ादी कीShayari By 20 Aug 2023 06:36:20 AMSherकारवाँ जिन का लुटा राह में आज़ादी की क़ौम का मुल्क का उन दर्द के मारों को सलाम Continue Reading... Share on:
ख़ुदा ऐ काश 'नाज़िश' जीते-जी वो वक़्त भी लाएShayari By 22 Jan 2022 02:16:01 PMSherख़ुदा ऐ काश 'नाज़िश' जीते-जी वो वक़्त भी लाए कि जब हिन्दोस्तान कहलाएगा हिन्दोस्तान-ए-आज़ादी Continue Reading... Share on: