शदीद गरमी के मौसम में मुशाइराShayari By 02 Jul 2022 09:42:15 PMMazahiyaये महफ़िल-ए-सुख़न थी मई के महीने में शायर सभी नहाए हुए थे पसीने में ज़िंदा रहेंगे हश्र तक उन शाइरों के नाम जो इस मुशाइरा में सुनाए गए कलाम [...] Continue Reading... Share on:
गर्मी सी ये गर्मी हैShayari By 22 Nov 2020 02:46:05 PMSherगर्मी सी ये गर्मी है माँग रहे हैं लोग पनाह Continue Reading... Share on:
तू जून की गर्मी से न घबरा कि जहाँ मेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherतू जून की गर्मी से न घबरा कि जहाँ में ये लू तो हमेशा न रही है न रहेगी Continue Reading... Share on:
शदीद गर्मी में कैसे निकले वो फूल-चेहराShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherशदीद गर्मी में कैसे निकले वो फूल-चेहरा सो अपने रस्ते में धूप दीवार हो रही है Continue Reading... Share on:
बंद आँखें करूँ और ख़्वाब तुम्हारे देखूँShayari By 15 Nov 2020 04:31:16 PMSherबंद आँखें करूँ और ख़्वाब तुम्हारे देखूँ तपती गर्मी में भी वादी के नज़ारे देखूँ Continue Reading... Share on:
शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गएShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherशहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए ऐसी गर्मी है कि पीले फूल काले पड़ गए Continue Reading... Share on: