आँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गयाShayari By 05 Sep 2023 07:24:41 PMKhuddari Shayariआँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गया हालाँकि दस बरस से मैं उस घर नहीं गया उस ने मज़ाक़ में कहा मैं रूठ जाऊँगी लेकिन मरे वजूद से ये डर नहीं गया [...] Continue Reading... Share on:
ग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर लीShayari By 20 Aug 2023 05:31:09 AMSherग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर ली शजर गिरा के परिंदों से इंतिक़ाम लिया Continue Reading... Share on:
पूछो ज़रा ये कौन सी दुनिया से आए हैंShayari By 19 Jul 2023 11:53:29 PMSherपूछो ज़रा ये कौन सी दुनिया से आए हैं कुछ लोग कह रहे हैं हमें कोई ग़म नहीं Continue Reading... Share on:
बड़ी ही कर्बनाक थी वो पहली रात हिज्र कीShayari By 19 Jul 2023 11:17:02 PMSherबड़ी ही कर्बनाक थी वो पहली रात हिज्र की दोबारा दिल में ऐसा दर्द आज तक नहीं हुआ Continue Reading... Share on:
अब संग-बारियों का अमल सर्द पड़ गयाShayari By 19 Jul 2023 11:11:55 PMSherअब संग-बारियों का अमल सर्द पड़ गया अब उस तरफ़ भी रंज मिरे टूटने का है Continue Reading... Share on:
बिछड़ने वाले का क्यूँकर न ग़म किया जाएShayari By 04 Sep 2022 09:40:44 AMGhazalबिछड़ने वाले का क्यूँकर न ग़म किया जाए ये बोझ ऐसा नहीं है कि कम किया जाए अब इंतिज़ार करें क्या किसी मूअर्रिख़ का चलो ये वाक़िआ' ख़ुद ही रक़म किया जाए [...] Continue Reading... Share on: