आँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गयाShayari By 05 Sep 2023 07:24:41 PMKhuddari Shayariआँखों से कू-ए-यार का मंज़र नहीं गया हालाँकि दस बरस से मैं उस घर नहीं गया उस ने मज़ाक़ में कहा मैं रूठ जाऊँगी लेकिन मरे वजूद से ये डर नहीं गया [...] Continue Reading... Share on:
किसी को कैसे बताएँ ज़रूरतें अपनीShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherकिसी को कैसे बताएँ ज़रूरतें अपनी मदद मिले न मिले आबरू तो जाती है how can i, to anyone, my needs and wants project help i may receive or not, will lose my self-respect [...] Continue Reading... Share on:
मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकताShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalमिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता अब इस से ज़ियादा मैं तिरा हो नहीं सकता दहलीज़ पे रख दी हैं किसी शख़्स ने आँखें रौशन कभी इतना तो दिया हो नहीं सकता [...] Continue Reading... Share on:
जिस दिन मिरी जबीं किसी दहलीज़ पर झुकेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherजिस दिन मिरी जबीं किसी दहलीज़ पर झुके उस दिन ख़ुदा शिगाफ़ मिरे सर में डाल दे Continue Reading... Share on:
मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता Continue Reading... Share on:
मैं तिरे दर का भिकारी तू मिरे दर का फ़क़ीरShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमैं तिरे दर का भिकारी तू मिरे दर का फ़क़ीर आदमी इस दौर में ख़ुद्दार हो सकता नहीं Continue Reading... Share on: