कहा ये मैं ने कि अपनी आँखों में ख़्वाब रखनाShayari By 26 Oct 2023 09:53:40 PMMukalimati Ghazalकहा ये मैं ने कि अपनी आँखों में ख़्वाब रखना कहा ये उस ने कि आँख रखना 'अज़ाब रखना ये मैं ने पूछा था लोग क्यूँ मर रहे हैं इतने जवाब आया तुम उन के ख़ूँ का हिसाब रखना [...] Continue Reading... Share on:
मैं ने कहा कि शहर में एक चराग़ भी नहींShayari By 15 Jul 2022 02:52:45 AMGhazalमैं ने कहा कि शहर में एक चराग़ भी नहीं उस ने कहा कि ज़ख़्म भी क्या नहीं दाग़ भी नहीं मैं ने कहा कि आख़िरश मुझ को ख़ुदा न मिल सका उस ने कहा कि मेरे पास अपना सुराग़ भी नहीं [...] Continue Reading... Share on:
उस ने कहा हस्ती तिरी मैं ने कहा जल्वा तिराShayari By 15 Jul 2022 02:51:38 AMGhazalउस ने कहा हस्ती तिरी मैं ने कहा जल्वा तिरा उस ने कहा फिर नीस्ती मैं ने कहा पर्दा तिरा उस ने कहा जाना मिरा मैं ने कहा मेरी अजल उस ने कहा फिर ज़िंदगी मैं ने कहा आना तिरा [...] Continue Reading... Share on:
मैं ने कहा कि शहर के हक़ में दुआ करोShayari By 29 Jan 2021 09:54:27 PMMazahiyaमैं ने कहा कि शहर के हक़ में दुआ करो उस ने कहा कि बात ग़लत मत कहा करो मैं ने कहा कि रात से बिजली भी बंद है उस ने कहा कि हाथ से पंखा झला करो [...] Continue Reading... Share on:
शायर-ए-आज़मShayari By 29 Jan 2021 09:53:34 PMMazahiyaकल इक अदीब ओ शाएर ओ नाक़िद मिले हमें कहने लगे कि आओ ज़रा बहस ही करें करने लगे ये बहस कि अब हिन्द ओ पाक में वो कौन है कि शायर-ए-आज़म जिसे कहें [...] Continue Reading... Share on:
हसीं चेहरों से सूरत-आश्नाई होती रहती हैShayari By 29 Jan 2021 09:52:45 PMMazahiyaहसीं चेहरों से सूरत-आश्नाई होती रहती है समझ लो इब्तिदाई कारवाई होती रहती है हमारी बीवी और महँगाई दोनों हैं सगी बहनें हमारी जेब की अक्सर सफ़ाई होती रहती है [...] Continue Reading... Share on: