मय-ख़ाना-ए-यूरोप के दस्तूर निराले हैंShayari By 16 Jul 2023 11:03:39 AMSherमय-ख़ाना-ए-यूरोप के दस्तूर निराले हैं लाते हैं सुरूर अव्वल देते हैं शराब आख़िर Continue Reading... Share on:
आँखों को देखते ही बोलेShayari By 09 Mar 2021 07:48:51 PMSherआँखों को देखते ही बोले बिन पिए कोई मदहोश आया Continue Reading... Share on:
यारो मुझे मुआ'फ़ रखो मैं नशे में हूँShayari By 25 Feb 2021 05:28:59 PMGhazalयारो मुझे मुआ'फ़ रखो मैं नशे में हूँ अब दो तो जाम ख़ाली ही दो मैं नशे में हूँ एक एक क़ुर्त दौर में यूँ ही मुझे भी दो जाम-ए-शराब पुर न करो मैं नशे में हूँ [...] Continue Reading... Share on:
मैं नज़र से पी रहा हूँ ये समाँ बदल न जाएShayari By 27 Jan 2021 11:37:08 PMGhazalमैं नज़र से पी रहा हूँ ये समाँ बदल न जाए न झुकाओ तुम निगाहें कहीं रात ढल न जाए मिरे अश्क भी हैं इस में ये शराब उबल न जाए मिरा जाम छूने वाले तिरा हाथ जल न जाए [...] Continue Reading... Share on:
अब वो करम करें कि सितम मैं नशे में हूँShayari By 27 Jan 2021 08:32:34 PMGeetअब वो करम करें कि सितम मैं नशे में हूँ मुझ को न कोई होश न ग़म मैं नशे में हूँ सीने से बोझ उन के ग़मों का उतार के आया हूँ आज अपनी जवानी को हार के [...] Continue Reading... Share on:
चले तो पाँव के नीचे कुचल गई कोई शयShayari By 18 Nov 2020 03:40:06 PMSherचले तो पाँव के नीचे कुचल गई कोई शय नशे की झोंक में देखा नहीं कि दुनिया है Continue Reading... Share on: