कभी तुम मोल लेने हम कूँ हँस हँस भाव करते होShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalकभी तुम मोल लेने हम कूँ हँस हँस भाव करते हो कभी तीर-ए-निगाह-ए-तुंद का बरसाव करते हो कभी तुम सर्द करते हो दिलों की आग गर्मी सीं कभी तुम सर्द-मेहरी सीं झटक कर बाव करते हो [...] Continue Reading... Share on:
एक सितम और लाख अदाएँ उफ़ री जवानी हाए ज़मानेShayari By 18 Nov 2020 02:31:10 AMGhazalएक सितम और लाख अदाएँ उफ़ री जवानी हाए ज़माने तिरछी निगाहें तंग क़बाएँ उफ़ री जवानी हाए ज़माने हिज्र में अपना और है आलम अब्र-ए-बहाराँ दीदा-ए-पुर-नम ज़िद कि हमें वो आप बुलाएँ उफ़ री जवानी हाए ज़माने [...] Continue Reading... Share on:
अल्लाह-रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम मेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherअल्लाह-रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम में हाथ उस का उठ के रह गया मेहंदी के बोझ से Continue Reading... Share on:
न झटको ज़ुल्फ़ से पानी ये मोती टूट जाएँगेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalन झटको ज़ुल्फ़ से पानी ये मोती टूट जाएँगे तुम्हारा कुछ न बिगड़ेगा मगर दिल टूट जाएँगे ये भीगी रात ये भीगा बदन ये हुस्न का आलम ये सब अंदाज़ मिल कर दो जहाँ को लूट जाएँगे [...] Continue Reading... Share on:
मिल कर सनम से अपने हंगाम-ए-दिल-कुशाईShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalमिल कर सनम से अपने हंगाम-ए-दिल-कुशाई हँस कर कहा ये हम ने ऐ जाँ बसंत आई सुनते ही उस परी ने गुल गुल शगुफ़्ता हो कर पोशाक-ए-ज़र-फ़िशानी अपनी वहीं रंगाई [...] Continue Reading... Share on:
धुआँ कलेजे से मेरे निकला जला जो दिल बस कि रश्क खा करShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalधुआँ कलेजे से मेरे निकला जला जो दिल बस कि रश्क खा कर वो रश्क ये था कि ग़ैर से टुक हँसा था चंचल मिसी लगा कर फ़क़त जो चितवन पे ग़ौर कीजे तो वो भी वो सेहर है कि जिस का करिश्मा बंदा ग़ुलाम ग़म्ज़ा दग़ाएँ नौकर फ़रेब चाकर [...] Continue Reading... Share on: