दोपहर तक बिक गया बाज़ार का हर एक झूटShayari By 01 Mar 2024 06:00:37 AMSherदोपहर तक बिक गया बाज़ार का हर एक झूट और मैं इक सच को ले कर शाम तक बैठा रहा Continue Reading... Share on:
तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िले क्यूँ लुटेShayari By 29 Feb 2024 04:16:45 AMSherतू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िले क्यूँ लुटे तिरी रहबरी का सवाल है हमें राहज़न से ग़रज़ नहीं Continue Reading... Share on:
ज़िंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देनाShayari By 27 Feb 2024 12:19:38 PMSherज़िंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना पाँव बख़्शें हैं तो तौफ़ीक़-ए-सफ़र भी देना Continue Reading... Share on:
ये कह कह के हम दिल को बहला रहे हैंShayari By 04 Sep 2023 04:51:11 PMSherये कह कह के हम दिल को बहला रहे हैं वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं Continue Reading... Share on:
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों नेShayari By 22 Jan 2022 12:36:45 AMSherये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई Continue Reading... Share on:
शाम तक सुब्ह की नज़रों से उतर जाते हैंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherशाम तक सुब्ह की नज़रों से उतर जाते हैं इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं Continue Reading... Share on: