झूट बोला है तो क़ाएम भी रहो उस पर 'ज़फ़र'Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherझूट बोला है तो क़ाएम भी रहो उस पर 'ज़फ़र' आदमी को साहब-ए-किरदार होना चाहिए Continue Reading... Share on:
झूट वाले कहीं से कहीं बढ़ गएShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherझूट वाले कहीं से कहीं बढ़ गए और मैं था कि सच बोलता रह गया Continue Reading... Share on:
जो देखता हूँ वही बोलने का आदी हूँShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherजो देखता हूँ वही बोलने का आदी हूँ मैं अपने शहर का सब से बड़ा फ़सादी हूँ Continue Reading... Share on:
आसमानों से फ़रिश्ते जो उतारे जाएँShayari By 23 Nov 2020 11:42:21 PMSherआसमानों से फ़रिश्ते जो उतारे जाएँ वो भी इस दौर में सच बोलें तो मारे जाएँ Continue Reading... Share on:
वाक़िआ कुछ भी हो सच कहने में रुस्वाई हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherवाक़िआ कुछ भी हो सच कहने में रुस्वाई है क्यूँ न ख़ामोश रहूँ अहल-ए-नज़र कहलाऊँ Continue Reading... Share on:
खुला है झूट का बाज़ार आओ सच बोलेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalखुला है झूट का बाज़ार आओ सच बोलें न हो बला से ख़रीदार आओ सच बोलें सुकूत छाया है इंसानियत की क़द्रों पर यही है मौक़ा-ए-इज़हार आओ सच बोलें [...] Continue Reading... Share on: