दीवार याद आ गई दर याद आ गयाShayari By 17 May 2024 05:23:20 AMGhazalदीवार याद आ गई दर याद आ गया दो गाम ही चले थे कि घर याद आ गया कुछ कहना चाहते थे कि ख़ामोश हो गए दस्तार याद आ गई सर याद आ गया [...] Continue Reading... Share on:
पानी में कंकर बरसाया करते थेShayari By 17 May 2024 05:04:23 AMGhazalपानी में कंकर बरसाया करते थे वो दिन जब हम लम्हे ज़ाया करते थे होड़ हवा से अक्सर लगती थी अपनी अक्सर उस को धूल चटाया करते थे [...] Continue Reading... Share on:
ज़िंदगी-भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रातShayari By 20 Apr 2024 10:04:14 PMGeetज़िंदगी-भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात एक अंजान हसीना से मुलाक़ात की रात हाए वो रेशमीं ज़ुल्फ़ों से बरसता पानी फूल से गालों पे रुकने को तरसता पानी [...] Continue Reading... Share on:
वो जिन में तेरी ख़ुशबू बस गई थीShayari By 20 Apr 2024 09:55:20 PMQitaवो जिन में तेरी ख़ुशबू बस गई थी उन्ही कपड़ों को फिर से धो रहा हूँ वही छतरी है अब भी बारिशों में वही कम्बल है जिस में सो रहा हूँ [...] Continue Reading... Share on:
दिल हिज्र के दर्द से बोझल है अब आन मिलो तो बेहतर होShayari By 20 Apr 2024 07:06:01 PMGhazalदिल हिज्र के दर्द से बोझल है अब आन मिलो तो बेहतर हो इस बात से हम को क्या मतलब ये कैसे हो ये क्यूँकर हो इक भीक के दोनों कासे हैं इक प्यास के दोनो प्यासे हैं हम खेती हैं तुम बादल हो हम नदियाँ हैं तुम सागर हो [...] Continue Reading... Share on:
ज़ब्त कर के हँसी को भूल गयाShayari By 20 Apr 2024 05:59:50 PMGhazalज़ब्त कर के हँसी को भूल गया मैं तो उस ज़ख़्म ही को भूल गया ज़ात-दर-ज़ात हम-सफ़र रह कर अजनबी अजनबी को भूल गया [...] Continue Reading... Share on: