All English Shayari

شہید آزادی

ضرورت ہے، ...

نیاز-فتح-پوری

मज़दूर

‎(1) ...

अहमद-अली

घर तक

लिंगा ...

मुमताज़-शीरीं

मुरासिला

मुकर्रमी! आपके मूक़र अख़बार के ज़रीए’ मैं मुतअ’ल्लिक़ा हुक्काम को शहर के मग़रिबी इ’लाक़े की तरफ़ मुतवज्जेह कराना चाहता हूँ। मुझे बड़े अफ़सोस के साथ कहना प...

नैयर-मसूद

सुना है आलम-ए-बाला में कोई कीमिया-गर था

फिर शाम का अंधेरा छा गया। किसी दूर दराज़ की सरज़मीन से, न जाने कहाँ से मेरे कानों में एक दबी हुई सी, छुपी हुई आवाज़ आहिस्ता-आहिस्ता गा रही थी, ...

क़ुर्रतुलऐन-हैदर

वक़्फ़ा

गुज़ाशतेम-ओ-गगुज़शीतेम-ओ-बूदनी हमा बूद ...

नैयर-मसूद

गिलगित ख़ान

शहबाज़ ख़ान ने एक दिन अपने मुलाज़िम जहांगीर को जो उसके होटल में अंदर-बाहर का काम करता था उसकी सुस्त-रवी से तंग आकर बरतरफ़ कर दिया। असल में वो सुस्त-रौ नही...

सआदत-हसन-मंटो

अन्न-दाता

(1) ...

कृष्ण-चंदर

मौज दीन

रात की तारीकी में सेंट्रल जेल के दो वार्डन बंदूक़ लिए चार क़ैदियों को दरिया की तरफ़ लिए जा रहे थे जिनके हाथ में कुदालें और बेलचे थे। पुल पर पहुंच कर उन्ह...

सआदत-हसन-मंटो

बेगू

तसल्लियां और दिलासे बेकार हैं। लोहे और सोने के ये मुरक्कब में छटांकों फांक चुका हूँ। कौन सी दवा है जो मेरे हलक़ से नहीं उतारी गई। मैं आपके अख़लाक़ का मम...

सआदत-हसन-मंटो

बाँझ

मेरी और उसकी मुलाक़ात आज से ठीक दो बरस पहले अपोलोबंदर पर हुई। शाम का वक़्त था, सूरज की आख़िरी किरनें समुंदर की उन दराज़ लहरों के पीछे ग़ायब हो चुकी थी जो...

सआदत-हसन-मंटो

आम

खज़ाने के तमाम कलर्क जानते थे कि मुंशी करीम बख़्श की रसाई बड़े साहब तक भी है। चुनांचे वो सब उसकी इज़्ज़त करते थे। हर महीने पेंशन के काग़ज़ भरने और रुपया लेन...

सआदत-हसन-मंटो

आख़िरी सल्यूट

ये कश्मीर की लड़ाई भी अजीब-ओ-ग़रीब थी। सूबेदार रब नवाज़ का दिमाग़ ऐसी बंदूक़ बन गया था जिसका का घोड़ा ख़राब हो गया हो। ...

सआदत-हसन-मंटो

टोबा टेक सिंह

बटवारे के दो-तीन साल बाद पाकिस्तान और हिंदोस्तान की हुकूमतों को ख़्याल आया कि अख़लाक़ी क़ैदियों की तरह पागलों का तबादला भी होना चाहिए यानी जो मुसलमान पाग...

सआदत-हसन-मंटो

wo kahan jalwa-e-jaan-baKHsh butan-e-dehli

wo kahan jalwa-e-jaan-bakhsh butan-e-dehli ...

meer-mehdi-majrooh

باغی

آم کا کنج اور بڑے بابو، ان دونوں میں کوئی تعلق بظاہر تو معلوم نہیں ہوتا، لیکن ہندوستان باوجود ضرب المثل کثرت کے وحدت کاملک ہے۔ یہاں ہر چیز دوسری چیز س...

محمد-مجیب

पाली हिल की एक रात

(एक तमसील जिसके सारे किरदार क़तई’ फ़र्ज़ी हैं) ...

क़ुर्रतुलऐन-हैदर

प्रेम कहानी

मैं आज उस वाक़िए’ का हाल सुनाता हूँ। तुम शायद ये कहो कि मैं अपने आपको धोका दे रहा हूँ। लेकिन तुमने कभी इस बात का तो मुशाहिदा किया होगा कि वो शख़्स जो ज़...

अहमद-अली

استاد شمو خاں

(۱) ...

احمد-علی

girte hue jab maine tera nam liya hai

girte hue jab main ne tera nam liya hai ...

kausar-niyazi
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