29Shayari By 01 Mar 2024 11:04:36 AMNazmख़्वाब जैसी कहीं कहीं शायद ज़िंदगी है मगर नहीं शायद मैं अकेला हूँ और लगता है जैसे तू है अभी यहीं शायद [...] Continue Reading... Share on:
27Shayari By 01 Mar 2024 11:01:19 AMNazmकिसी दिन तुम्हें याद करते हुए मैं चला जाऊँगा इस जहाँ के किनारे मोहब्बत भरे आसमाँ के किनारे परिंदे मिरे साथ जाएँगे शायद [...] Continue Reading... Share on:
14Shayari By 01 Mar 2024 10:57:52 AMNazmसुना है मैं ने कि अब सितारे तुम्हारी दहलीज़ से गुज़र कर बिखरने लगते हैं आसमाँ पर अज़ल से आबाद इस जहाँ पर [...] Continue Reading... Share on:
तुम्हारे बा'दShayari By 01 Mar 2024 04:38:02 AMNazmक़मीज़ उल्टी पहन लेता हूँ वहशत में कभी जूता नहीं मिलता कई रंगों के मोज़े हैं मगर अच्छे नहीं लगते उधड़ती जा रही है शर्ट जीवन की तरह [...] Continue Reading... Share on:
फैक्सShayari By 01 Mar 2024 04:34:42 AMNazmमोहब्बत फैक्स हो सकती तो कर देता जुदाई का फ़साना भी कहाँ ईमेल होता है कहाँ ज़ख़्म-ए-जिगर इस में समाएगा न टेलीफ़ोन पर अश्कों को कोई देख पाएगा [...] Continue Reading... Share on:
रक़ीबShayari By 29 Feb 2024 11:02:19 PMNazmतुम ग़ैर नहीं मैं ने माना फिर भी जब मेरे घर आना लाज़िम है तुम्हारा ज़रा तकल्लुफ़ से पेश आना [...] Continue Reading... Share on: