सभी हिंदी शायरी

जब थी मंज़िल नज़र में तो रस्ता था एक

जब थी मंज़िल नज़र में तो रस्ता था एक

abdullah-javed

आइना सामने रखोगे तो याद आऊँगा

आइना सामने रखोगे तो याद आऊँगा ...

rajendra-nath-rahbar

इन्हें आँखों ने बेदर्दी से बे-घर कर दिया है

इन्हें आँखों ने बेदर्दी से बे-घर कर दिया है

abbas-qamar

सीना लहूलुहान है काली चटान का

सीना लहूलुहान है काली चटान का ...

aajiz-hengan-ghati

दिए उस ने औरों को साग़र पे साग़र

दिए उस ने औरों को साग़र पे साग़र ...

aafaq-banarasi

दिखा कर मुझ को चश्म-ए-मस्त मस्ताना बना डाला

दिखा कर मुझ को चश्म-ए-मस्त मस्ताना बना डाला ...

aafaq-banarasi

चुभे जब दिल में ख़ार-ए-‘इश्क़ फिर कमतर निकलते हैं

चुभे जब दिल में ख़ार-ए-‘इश्क़ फिर कमतर निकलते हैं ...

aafaq-banarasi

हज़ारों की जान ले चुका है ये चेहरा ज़ेर-ए-नक़ाब हो कर

हज़ारों की जान ले चुका है ये चेहरा ज़ेर-ए-नक़ाब हो कर ...

aasi-ghazipuri

वस्ल भरपूर रहा हिज्र भी भरपूर बना

वस्ल भरपूर रहा हिज्र भी भरपूर बना ...

aarif-nazeer

पुर-ख़ुलूस जज़्बों का दान तो नहीं लेते

पुर-ख़ुलूस जज़्बों का दान तो नहीं लेते ...

aarif-nazeer

मिले जो तुम से मिला इक सुरूर क्या समझे

मिले जो तुम से मिला इक सुरूर क्या समझे ...

aarif-nazeer

मरज़ की जिन से तवक़्क़ो' है वो दवा देंगे

मरज़ की जिन से तवक़्क़ो' है वो दवा देंगे ...

aarif-nazeer

किसी के ज़िक्र से दाइम हमारी ज़िंदगानी है

किसी के ज़िक्र से दाइम हमारी ज़िंदगानी है ...

aarif-nazeer

ख़ुद को क्या ख़ून रुलाओगे बताओ तो सही

ख़ुद को क्या ख़ून रुलाओगे बताओ तो सही ...

aarif-nazeer

हम को हुआ था 'इश्क़ जवानी में मुख़्तसर

हम को हुआ था 'इश्क़ जवानी में मुख़्तसर ...

aarif-nazeer

हमारी आँख उदासी से लाल कब तक हो

हमारी आँख उदासी से लाल कब तक हो ...

aarif-nazeer

देखने को फूल में मशग़ूल है

देखने को फूल में मशग़ूल है ...

aarif-nazeer

दम-ब-दम मेरा तरफ़-दार हुआ करता था

दम-ब-दम मेरा तरफ़-दार हुआ करता था ...

aarif-nazeer

बस फ़िराक़-ए-यार में जारी सुख़न-आराइयाँ

बस फ़िराक़-ए-यार में जारी सुख़न-आराइयाँ ...

aarif-nazeer

अपने दिल पर ही नहीं है मुझे क़ाबू बोलो

अपने दिल पर ही नहीं है मुझे क़ाबू बोलो ...

aarif-nazeer
PreviousPage 10 of 642Next