सभी हिंदी शायरी

दिल-ओ-दिमाग़ जलाए हैं इस ‘अमल के लिए

दिल-ओ-दिमाग़ जलाए हैं इस ‘अमल के लिए ...

akhtar-gwaliori

ये तिरी तख़्लीक़ ना-फ़र्जाम ये टेढ़ी ज़मीन

ये तिरी तख़्लीक़-ए-ना-फ़र्जाम ये टेढ़ी ज़मीन ...

akhtar-ansari-akbarabadi

मैं ने जब उस से कहा तुम से मोहब्बत है मुझे

मैं ने जब उस से कहा तुम से मोहब्बत है मुझे ...

akhtar-ansari-akbarabadi

जो पूछता है कोई सुर्ख़ क्यों हैं आज आँखें

जो पूछता है कोई सुर्ख़ क्यों हैं आज आँखें ...

akhtar-ansari-akbarabadi

इन आँसुओं को टपकने दिया न था मैं ने

इन आँसुओं को टपकने दिया न था मैं ने ...

akhtar-ansari-akbarabadi

आरज़ूएँ न रहीं हसरत-ओ-अरमाँ न रहे

आरज़ूएँ न रहीं हसरत-ओ-अरमाँ न रहे ...

akhtar-ansari-akbarabadi

याद-ए-माज़ी 'अज़ाब है या-रब

याद-ए-माज़ी 'अज़ाब है या-रब

akhtar-ansari

ख़्वाहिश-ए-ऐश नहीं दर्द-ए-निहानी की क़सम

ख़्वाहिश-ए-ऐश नहीं दर्द-ए-निहानी की क़सम ...

akhtar-ansari

बहार आई ज़माना हुआ ख़राबाती

बहार आई ज़माना हुआ ख़राबाती ...

akhtar-ansari

मोहब्बतों में बहुत रस भी है मिठास भी है

मोहब्बतों में बहुत रस भी है मिठास भी है ...

akhtar-amaan

वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे

वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे ...

akhilesh-tiwari

उभर रही है किरन सुब्ह-ए-ज़ू-फ़िशाँ के लिए

उभर रही है किरन सुब्ह-ए-ज़ू-फ़िशाँ के लिए ...

akhgar-panipati

ये सारे फूल ये पत्थर उसी से मिलते हैं

ये सारे फूल ये पत्थर उसी से मिलते हैं ...

akbar-masoom

जिन पे अजल तारी थी उन को ज़िंदा करता है

जिन पे अजल तारी थी उन को ज़िंदा करता है ...

akbar-hyderabadi

फ़ित्ने अजब तरह के समन-ज़ार से उठे

फ़ित्ने अजब तरह के समन-ज़ार से उठे ...

akbar-hyderabadi

दहकते कुछ ख़याल हैं 'अजीब 'अजीब से

दहकते कुछ ख़याल हैं 'अजीब 'अजीब से ...

akbar-hyderabadi

त'अज्जुब से कहने लगे बाबू साहब

त'अज्जुब से कहने लगे बाबू साहब ...

akbar-allahabadi

शोख़ी ये लीडरों की ये मिल्लत की अबतरी

शोख़ी ये लीडरों की ये मिल्लत की अबतरी ...

akbar-allahabadi

ख़िज़ाँ से जंग करूँ ये नहीं मुझे सौदा

ख़िज़ाँ से जंग करूँ ये नहीं मुझे सौदा ...

akbar-allahabadi

इक तरफ़ तमकीन है और बे-क़रारी इक तरफ़

इक तरफ़ तमकीन है और बे-क़रारी इक तरफ़ ...

akbar-allahabadi
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