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ये तिरी तख़्लीक़ ना-फ़र्जाम ये टेढ़ी ज़मीन
ये तिरी तख़्लीक़-ए-ना-फ़र्जाम ये टेढ़ी ज़मीन ...
मैं ने जब उस से कहा तुम से मोहब्बत है मुझे
मैं ने जब उस से कहा तुम से मोहब्बत है मुझे ...
जो पूछता है कोई सुर्ख़ क्यों हैं आज आँखें
जो पूछता है कोई सुर्ख़ क्यों हैं आज आँखें ...
उभर रही है किरन सुब्ह-ए-ज़ू-फ़िशाँ के लिए
उभर रही है किरन सुब्ह-ए-ज़ू-फ़िशाँ के लिए ...