सभी हिंदी शायरी

सौदा बराए ज़िंदगी आसान कर दिया

सौदा बराए ज़िंदगी आसान कर दिया ...

abbas-qamar

सामने वाले को हल्का जान कर भारी हैं आप

सामने वाले को हल्का जान कर भारी हैं आप ...

abbas-qamar

इस मुसीबत से निकलने का वसीला कर दे

इस मुसीबत से निकलने का वसीला कर दे ...

abbas-qamar

बे-ख़याली की रिदा दूर तलक तानी है

बे-ख़याली की रिदा दूर तलक तानी है ...

abbas-qamar

खड़े हैं मूसा उठाओ पर्दा दिखाओ तुम आब-ओ-ताब-ए-आरिज़

खड़े हैं मूसा उठाओ पर्दा दिखाओ तुम आब-ओ-ताब-ए-आरिज़ ...

ahmad-husain-mail

वस्ल के बाद भी पूरी नहीं होती ख़्वाहिश

वस्ल के बाद भी पूरी नहीं होती ख़्वाहिश

abrar-ahmad-kashif

परेशानी अगर है तो परेशानी का हल भी है

परेशानी अगर है तो परेशानी का हल भी है

abrar-ahmad-kashif

आख़िरी लम्हात में क्या सोचने लगते हो तुम

आख़िरी लम्हात में क्या सोचने लगते हो तुम

abrar-ahmad-kashif

पहले से 'इश्क़ के वो ज़माने नहीं रहे

पहले से 'इश्क़ के वो ज़माने नहीं रहे ...

abid-barelvi

ख़ुशियाँ हों सिर्फ़ जिस में ये ग़म का धुआँ न हो

ख़ुशियाँ हों सिर्फ़ जिस में ये ग़म का धुआँ न हो ...

abid-barelvi

झुलसे हुए सहरा में शजर देख रहा हूँ

झुलसे हुए सहरा में शजर देख रहा हूँ ...

abid-barelvi

इन चराग़ों में रौशनी ठहरे

इन चराग़ों में रौशनी ठहरे ...

abid-barelvi

हिज्र में ऐसे तिरे शाम-ओ-सहर जाते हैं

हिज्र में ऐसे तिरे शाम-ओ-सहर जाते हैं ...

abid-barelvi

हर सम्त इक धुआँ है हर गाम तीरगी है

हर सम्त इक धुआँ है हर गाम तीरगी है ...

abid-barelvi

गुलों के दरमियाँ वो खिलखिलाना याद आया है

गुलों के दरमियाँ वो खिलखिलाना याद आया है ...

abid-barelvi

दुनिया में रौशनी की क़यादत को लिख चलें

दुनिया में रौशनी की क़यादत को लिख चलें ...

abid-barelvi

दिल में नफ़रत की लगी आग बुझा दी जाए

दिल में नफ़रत की लगी आग बुझा दी जाए ...

abid-barelvi

आँखों में आँसुओं का गुज़ारा नहीं रहा

आँखों में आँसुओं का गुज़ारा नहीं रहा ...

abid-barelvi

उस से कहना कि धुआँ देखने लाइक़ होगा

उस से कहना कि धुआँ देखने लाइक़ होगा

abhishek-shukla

किताब-ए-ज़ीस्त में ऐसा कोई भी बाब नहीं

किताब-ए-ज़ीस्त में ऐसा कोई भी बाब नहीं ...

a.r-sahil-'aleeg'
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