All English Shayari
मेरा नाम राधा है
ये उस ज़माने का ज़िक्र है जब इस जंग का नाम-ओ-निशान भी नहीं था। ग़ालिबन आठ नौ बरस पहले की बात है जब ज़िंदगी में हंगामे बड़े सलीक़े से आते थे। आज कल की तरह न...
soch kar bhi kya jaana jaan kar bhi kya paya
soch kar bhi kya jaana jaan kar bhi kya paya ...
meri jholi mein wo lafzon ke moti Dal deta hai
meri jholi mein wo lafzon ke moti dal deta hai ...
muddat ke baad KHwab mein aaya tha mera bap
muddat ke ba'd khwab mein aaya tha mera bap ...
तस्वीर के दो रुख़
तीसरे पहर के वक़्त बेगम इब्बन अंगनाई में पलंग पर बैठी छालिया कुतर रही थीं। सामने बावर्ची ख़ाना में मामा हंडिया बघार रही थी। जब ड्योढ़ी में किसी ने कुंडी ...
बर्फ़बारी से पहले
“आज रात तो यक़ीनन बर्फ़ पड़ेगी”, साहिब-ए-ख़ाना ने कहा। सब आतिश-दान के और क़रीब हो के बैठ गए। आतिश-दान पर रखी हुई घड़ी अपनी मुतवाज़िन यकसानियत के साथ टक-टक ...
मम्मद भाई
फ़ारस रोड से आप उस तरफ़ गली में चले जाइए जो सफ़ेद गली कहलाती है तो उसके आख़िरी सिरे पर आपको चंद होटल मिलेंगे। यूँ तो बंबई में क़दम क़दम पर होटल और रेस्तोर...
ye ajab saat-e-ruKHsat hai ki Dar lagta hai
ye ajab saat-e-rukhsat hai ki dar lagta hai ...
तआवुन
चालीस पचास लठ्ठ बंद आदमियों का एक गिरोह लूट मार के लिए एक मकान की तरफ़ बढ़ रहा था। दफ़्अतन उस भीड़ को चीर कर एक दुबला पतला अधेड़ उम्र का आदमी बाहर निकला। ...
बर्फ़बारी से पहले
“आज रात तो यक़ीनन बर्फ़ पड़ेगी”, साहिब-ए-ख़ाना ने कहा। सब आतिश-दान के और क़रीब हो के बैठ गए। आतिश-दान पर रखी हुई घड़ी अपनी मुतवाज़िन यकसानियत के साथ टक-टक ...
jo hain mazlum un ko to taDapta chhoD dete hain
jo hain mazlum un ko to tadapta chhod dete hain ...
jo hain mazlum un ko to taDapta chhoD dete hain
jo hain mazlum un ko to tadapta chhod dete hain ...
kisi se ishq karna aur isko ba-KHabar karna
kisi se ishq karna aur is ko ba-khabar karna ...