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नए सिरे से जल उट्ठी है फिर पुरानी आग

नए सिरे से जल उट्ठी है फिर पुरानी आग

jamal-ehsani

न रंज-ए-हिजरत था और न शौक़-ए-सफ़र था दिल में

न रंज-ए-हिजरत था और न शौक़-ए-सफ़र था दिल में

jamal-ehsani

मेरे होने से न होना है मिरा

मेरे होने से न होना है मिरा

jamal-ehsani

मिरा कमाल कि मैं इस फ़ज़ा में ज़िंदा हूँ

मिरा कमाल कि मैं इस फ़ज़ा में ज़िंदा हूँ

jamal-ehsani

मनहूस एक शक्ल है जिस से नहीं फ़रार

मनहूस एक शक्ल है जिस से नहीं फ़रार

jamal-ehsani

मैं हूँ कि मुझ को दीदा-ए-बीना का रोग है

मैं हूँ कि मुझ को दीदा-ए-बीना का रोग है

jamal-ehsani

क्या उस से मुलाक़ात का इम्काँ भी नहीं अब

क्या उस से मुलाक़ात का इम्काँ भी नहीं अब

jamal-ehsani

कुछ और वुस'अतें दरकार हैं मोहब्बत को

कुछ और वुस'अतें दरकार हैं मोहब्बत को

jamal-ehsani

किसी के होने न होने के बारे में अक्सर

किसी के होने न होने के बारे में अक्सर

jamal-ehsani

कौन है इस रिम-झिम के पीछे छुपा हुआ

कौन है इस रिम-झिम के पीछे छुपा हुआ

jamal-ehsani

कभी ये आँखें ख़ुद भी उड़ा करती थीं पतंग के साथ

कभी ये आँखें ख़ुद भी उड़ा करती थीं पतंग के साथ

jamal-ehsani

जो मेरे ज़िक्र पर अब क़हक़हे लगाता है

जो मेरे ज़िक्र पर अब क़हक़हे लगाता है

jamal-ehsani

जो कुछ इन आँखों ने देखा है मैं उस का क्या करूँ

जो कुछ इन आँखों ने देखा है मैं उस का क्या करूँ

jamal-ehsani

जो दिल के ताक़ में तू ने चराग़ रक्खा था

जो दिल के ताक़ में तू ने चराग़ रक्खा था

jamal-ehsani

जो आसमाँ की बुलंदी को छूने वाला था

जो आसमाँ की बुलंदी को छूने वाला था

jamal-ehsani

इस रस्ते पर पीछे से इतनी आवाज़ें आईं 'जमाल'

इस रस्ते पर पीछे से इतनी आवाज़ें आईं 'जमाल'

jamal-ehsani

इक लहर उस की आँख में है हौसला-शिकन

इक लहर उस की आँख में है हौसला-शिकन

jamal-ehsani

इक आदमी से तर्क-ए-मरासिम के बा'द अब

इक आदमी से तर्क-ए-मरासिम के बा'द अब

jamal-ehsani

दो जीवन ताराज हुए तब पूरी हुई बात

दो जीवन ताराज हुए तब पूरी हुई बात

jamal-ehsani

दिन गुज़रते जा रहे हैं और हुजूम-ए-ख़ुश-गुमाँ

दिन गुज़रते जा रहे हैं और हुजूम-ए-ख़ुश-गुमाँ

jamal-ehsani
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